नासरी के सिवा मै तो कुछ भी नही
नासरी के सिवा मै तो कुछ भी नही
होके उस्से जुदा मै तो कुछ भी नही
नासरी के सिवा मै तो कुछ भी नही
1. उसकी राहो पे चलता रहू उमरभर,
बीत जाये युही जिदगि का सफ़र.........2
फ़ज़ल कर तु खुदा मै तो कुछ भी नही,
होके उस्से जुदा मै तो कुछ भी नही........2
नासरी के सिवा मै तो कुछ भी नही ........2
2. खाक हू खाक मे लौटना है मुझे,
यह बदन का वतन छोड्ना है मुझे.........2
वो ठिकाना मेरा मै तो कुछ भी नही,
होके उस्से जुदा मै तो कुछ भी नही..........2
नासरी के सिवा मै तो कुछ भी नही..........2
3. उसका रसता बडा छेद से तग है,
हर कदम पर मगर वो मेरे सग है........2
वो मेरा रहनूमा मै तो कुछ भी नही,
होके उस्से जुदा मै तो कुछ भी नही........2
नासरी के सिवा मै तो कुछ भी नही .........2