मै गुनाहो मे लिपटी हुई थी
तेरे लाहु ने मुझे धो दिया
आज तक जो किसी ने किया ना मेरे येशु वो तुने किया है..........2
1. हर तरफ़ था गहरा अन्धेरा
जिन्दगी मे था गम का अन्धेरा
तेरे कदमो की आहट सुनी तो
बन्द आखो ने देखा सवेरा
तेरे वचनो की जयोती ने रोशन किआ
आज तक जो किसी ने किया ना मेरे येशु वो तुने किया है..........2
2. जान खीची थी दुखो ने ऐसे दो कदम भी चल्ना था भारी
जिन्दगी जेसे रुक सी गई थी हर तरफ़ ऐसी शाई हनेरी
अब हवाओ मे उडने लगी हू तेरा दामन जब से शुया है
तेरे लाहु ने मुझे धो दिया
आज तक जो किसी ने किया ना मेरे येशु वो तुने किया है.........2
3. जब से तू मिल गया है यहोवा मुझे फ़िर से न्या बल्ल मिला
जो हर पल उछ्लता रहेगा मुझे वो जल मिला है
तुने मेरे गुनाहो का पयाला क्ल्व्री पे जो खुदा तुने पिया है
आज तक जो किसी ने किया ना मेरे येशु वो तुने किया है......2